सफलता का रहस्य

                                                                     सफलता का रहस्य

एक रिपोर्टर ने एक बैंक के प्रेसिडेन्ट (शीर्ष अधिकारी) से पूँछा,
" सर, आपकी सफलता का रहस्य क्या है ? "
" दो शब्द " बैंक के प्रेसिडेन्ट का जवाब था।
" और सर, वे दो शब्द क्या हैं ? "
" सही निर्णय "
" और सर, आप सही निर्णय कैसे ले पाते हैं ? "
" एक शब्द "
" और सर, वह एक शब्द क्या हैं ?"
" अनुभव "
" और सर , आपको अनुभव कैसे प्राप्त होता है ? "
" दो शब्द "
" और सर, वह दो शब्द क्या हैं ? "
" गलत निर्णय " बैंक के प्रेसिडेन्ट का जवाब था।


निष्कर्ष : अर्थात , हमारा प्रत्येक" गलत निर्णय" हमें  एक ऐसा अनुभव प्रदान करता है जो की भविष्य में हमें "सही निर्णय " ले पाने के योग्य बनाता है। अतः कभी भी अपने गलत निर्णयों के कारण अपने आपको निराशा के गर्त में जाने की अनुमति न प्रदान करें।  और हाँ , आपने बच्चों , सहयोगियों एवं कर्मचारियों को भी अधिक से अधिक स्वयं निर्णय लेने में स्वावलम्बी बनायें। यदि प्रारम्भ में वह गलत निर्णय लेते भी हैं तो हम उन्हें  सही मार्गदर्शन देते हुए भविष्य में ऐसे निर्णयों से बचने के लिए प्रेरित करें और उनके प्रारंभिक गलत निर्णय के कारण उनको अनावश्यक दण्डित न करें।   अन्यथा ,भविष्य में वह सही निर्णय लेने के लिया कभी स्वावलम्बी न बन पाएंगे।

https://mukulchaudhri.blogspot.com

Twitter Handle: @mukulpositive

Linkedin: www.linkedin.com/in/mukul-chaudhri

https://www.facebook.com/positivethinkingandmeditation/

Telegram Channel:t.me/PositiveThinkingAndMeditation

Join "TheWinningEdgeSolutions": https://www.linkedin.com/groups/2598058/




Comments

b said…
good one....such inspiration story.........all the best

Popular posts from this blog

केकड़ा और लहर

पैरों के निशान

कर्मों का हिसाब